घर पर पिता की Dead body, और मैदान में Virat Kohli… कैसे बना कोहली इतना विराट जानिए पूरा Right now 👍

यह कहानी है एक छोटे से बच्चे की जो भारत के लिए क्रिकेट खेलना चाहता था। अपने सपने के प्रति हर रोज मेहनत करना मानो उसकी आदत सी बन गई हो। हर दिन अपने सपने की तरह एक-एक कदम करके बढ़ना और उसे साकार करना यह कहानी है विराट कोहली की। जब वह 17 साल के थे तो वह अपना स्टेट मैच खेल रहे थे तभी अचानक उनके पिता का निधन हो गया था। घर पर पिता की Dead body थी और मैदान पर विराट कोहली अपनी टीम के लिए रन बना रहे थे। वहां से World का नंबर वन बैट्समैन बनने तक काम पूरा सफर।

Virat कोहली का बचपन और उनकी कुछ कहानिया

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 में दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ। विराट जी मां और पिता मिडिल क्लास family से थे। पिता प्रेम कोहली 1 क्रिमिनल लॉयर थे और माता सरोज कोहली एक housewife थी। इनके अलावा एक बड़ा भाई और एक बड़ी बहन भी है। बचपन में विराट कोहली को छोले कुलचे बहुत पसंद थे। वह सभी की तरह अपने दोस्तों के साथ मस्तियां करते थे। बचपन में विराट कोहली गोलू मोलू थे जिसके कारण उनका नाम आगे जाकर चीकू भी पडा। पर बुरा वक्त तो तब आया जब पिता के अंतिम संस्कार और Dead body का पता चला।

Virat की क्रिकेट करियर की शुरुआत।

विराट कोहली को 8 साल की उम्र से ही क्रिकेट से लगाव हो गया था और विराट कोहली के करियर की शुरुआत 8 साल की उम्र से ही हो गई थी। क्रिकेट में रुझान देखकर उनके पिता ने विराट का दाखिला एक एकेडमी में करवाया। लेकिन दिक्कत ये थी कि जिस स्कूल में इनकी प्रारंभिक शिक्षा चल रही थी, वहां सिर्फ और सिर्फ शिक्षा पर ध्यान दिया जाता था, क्रिकेट की ट्रेनिंग नहीं होती थी। इसके बाद आया कहानी में मोड़! विराट के पिता ने इनका स्कूल बदलने के बारे में सोचा और ऐसे स्कूल में एडमिशन करवाया जहां पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट पर भी ध्यान दिया जाता था। विराट कहते हैं कि पिता के Dead body का अंतिम संस्कार के बाद वह अकेले पड़ गए थे। hostinger

विराट के क्रिकेट का दूसरा पड़ाव

मेहनत के दम पर विराट ने सन 2002 में U-15 खेला। इसके बाद इनका सफर रुका नहीं। ठीक दो सालों यानि 2004 में इन्हें U-17 में खेलने का मौका मिला। अपने प्रदर्शन के आधार पर इन्होंने 2006 में फर्स्ट क्लास में डेब्यू किया। जिसके दौरान पिता की Dead body की खबर भी शामिल है। फिर विराट ने अंडर-19 इंडिया की कप्तानी भी की और भारत को विजय भी बनाया। फिर वहीं से विराट कोहली को 2011 वर्ल्ड कप में भी शामिल किया गया जिसने भी भारत की जीत हुई।

घर पर पिता की Dead body की खबर।

विराट कोहली बोर्ड ट्रॉफी का मैच खेल रहे थे, वही उन्हें खबर पड़ती है की उनके पिता अब नहीं रहे। तो जब उन्होंने यह सुना तो वह घर आए और अपने पिताजी के Dead body का अंतिम संस्कार किया। यह करने के बाद वह बहुत अकेले महसूस करने लगे फिर उन्होंने अपने दिल की सुनी और अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए फिर ग्राउंड पर उतरे। अगले ही दिन उन्होंने अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण 90 रन बनाएं। यह बहुत बड़ी सीख और उदाहरण संसार के सामने पेश किया कि जब तुम अपने सपने की ओर बढ़ते हो तो भगवान भी तुम्हारे साथ होते हैं। कहां पिछले दिन मैच खेल रहा था और कहां पिता की Dead body को चिता दे रहा है।

विराट कोहली के महत्वपूर्ण अवॉर्ड्स।

विराट कोहली ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण अवॉर्ड्स जीते।

खेल के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए इन्हें कई सारे अवार्ड से सम्मानित किया गया है। आइए जाते हैं इनके बारे में- 

2012 पीपल चॉइस अवॉर्ड फॉर फेवरेट क्रिकेटर
2012 आईसीसी ओडीआई प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड
2013। अर्जुन अवॉर्ड फॉर क्रिकेट
2017  सीएनएन-आईबीएन इंडियन ऑफ दी इयर 
2017  पद्मश्री पुरस्कार
2018   सर गर्फिएल्ड सोबर्स ट्रॉफी

विराट कोहली के क्रिकेट के लिए बलिदान।

विराट कोहली हर युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। बचपन से विराट हम सबको अपनी कहानी से यही सिखाते हैं कि हमें अपने सपने के प्रति हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए, क्योंकि किसी ने खूब ही कहा है कि जिस काम में तुम्हें मजा आ रहा है वह काम तुम्हें करते रहना चाहिए। विराट जब सुबह सभी सो रहे होते हैं तो उस वक्त विराट कोहली ठंडी में ग्राउंड में बैटिंग प्रैक्टिस करते थे। यही आदत उन्हें आगे चलकर इस मुकाम पर ले आई की जहां उन्हें छोले कुलचे पसंद थे वहीं उन्होंने अपनी fitness के लिए छोड़ दिया था। विराट कोहली अपने पिताजी के dead body अंतिम संस्कार करने के बावजूद फील्ड में गए और रन बनाए, yahi sabse bada प्रेरणा स्रोत है।

Virat the Run Machine Kohli के रिकार्ड्स।

पिछले कुछ सालों से विराट के शतक ना आने से सबको ऐसा लगा कि क्या उनका करियर अब समाप्त हो सकता है। पर हाल फिलहाल में उन्होंने t20 में अपना 71 वां शतक मार कर सबको यह विश्वास दिला दिया है कि वह अभी सचिन का रिकॉर्ड तोड़ भी सकते हैं और उनसे आगे भी जा सकते हैं। विराट के नाम वन डे में तीन साल में लगातार 1 हजार से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी है। ये 1 हजार, 3 हजार, 4 और 5 हजार रन का रिकार्ड बनाने वाले सबसे तेज भारतीय क्रिकेटर है।

virat Kohli जब हुए अनुष्का की बॉल पर आउट।

विराट कोहली को अपना कैरियर तो मिल गया था, पर वह अपनी जीवनसाथी की खोज में निकल पड़े थे, तभी उनकी मुलाकात अनुष्का शर्मा से हुई। जब वह अनुष्का से मिले तो उन्हें अनुष्का में अपना जीवनसाथी मिल गया था। फिर काफी टाइम तक एक साथ रिलेशनशिप में रहने के बाद 11 दिसंबर 2017 में शादी कर ली और एक सुखी जीवन जीने लगे। विराट कोहली अपनी किस्मत और मेहनत दोनों का श्रेय अनुष्का को देते हैं।

FAQ QUESTIONS….

  • 1. who is better batsman Virat or Babar?
  • Ans. Babar is first ranked ODI batsman and Virat is 5th.
  • 2. Can Virat Kohli break the record of 100 centuries?
  • Ans. Yes he can if he perform consistently.
  • 3. what is the name of virat’s daughter?
  • Ans. Vamika

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